इस उड़ान पर अब शर्निन्दा, मैं भी हूँ और तू भी है /आसमान से कटा परिंदा, मैं भी हूँ और तू भी है / छूट गयी रस्ते में जीने मरने की सारी रस्में/ अपने अपने हाल पे जिन्दा मैं भी हूँ और तू भी है
इस उड़ान पर अब शर्निन्दा, मैं भी हूँ और तू भी है /आसमान से कटा परिंदा, मैं भी हूँ और तू भी है / छूट गयी रस्ते में जीने मरने की सारी रस्में/ अपने अपने हाल पे जिन्दा मैं भी हूँ और तू भी है
0 comments:
Post a Comment